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    नागरिक केंद्रित भू-आधार सशक्त भारत के शासन में क्रांति लाएगा” – गिरिराज सिंह

    प्रकाशित तिथि: मार्च 26, 2024

    विशिष्ट भूमि पार्सल पहचान संख्या (यूएलपीआईएन) या भू-आधार’ के कार्यान्वयन पर ‘भूमि संवाद IV’ पर राष्ट्रीय सम्मेलन “भू-आधार (यूएलपीआईएन) के साथ भारत का डिजिटलीकरण और भू-संदर्भ” विषय पर आयोजित किया गया।

    केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री एवं… पंचायती राज, श्री गिरिराज सिंह ने कहा कि भू-आधार आर्थिक और सामाजिक समृद्धि लाएगा, क्योंकि यह भूमि लेनदेन में पारदर्शिता लाएगा और जीवन को आसान बनाने की दिशा में एक और कदम होगा। उन्होंने कहा कि भूमि संसाधन विभाग द्वारा कार्यान्वित की जा रही भू-आधार या विशिष्ट भूमि पार्सल पहचान संख्या (यूएलपीआईएन) परियोजना, भूमि स्वामित्व पर दुनिया का सबसे बड़ा डेटाबेस होगी। उन्होंने आगे इस बात पर जोर दिया कि नागरिक केंद्रित भू-आधार सशक्त भारत के शासन में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा। श्री गिरिराज सिंह ने आज नई दिल्ली में ‘भूमि संवाद – IV: भू आधार (यूएलपीआईएन) के साथ भारत को डिजिटाइजिंग और जियो-रेफरेंसिंग पर राष्ट्रीय सम्मेलन’ का उद्घाटन करने के बाद यह बात कही।
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