इतिहास/पृष्ठभूमि

राष्ट्रीय बंजर भूमि विकास बोर्ड (एनडब्ल्यूडीबी) की स्थापना वर्ष 1985 में पर्यावरण और वन मंत्रालय के तहत की गई थी जिसका मुख्य उद्देश्य देश में बंजर भूमि का वनीकरण और वृक्षारोपण के वृहत कार्यक्रम के माध्मय से उपयोगी इस्तेमाल करना था।

जुलाई, 1992 में, राष्ट्रीय बंजर भूमि बोर्ड का पुनर्गठन किया गया और इसे ग्रामीण विकास मंत्रालय के तहत नव सृजित बंजर भूमि विकास विभाग में रखा गया। इसके बाद, 09-04-1999 की राजपत्रित अधिसूचना (अनुबंध-I) द्वारा बंजर भूमि विकास विभाग का नाम बदलकर भूमि संसाधन विभाग कर दिया गया। परिणामस्वरूप, भूमि संसाधन विभाग के बनने से पर्यावरण और वन मंत्रालय से तकनीकी और सामान्य, दोनों तरह के 32 पद भूमि संसाधन विभाग को अंतरित कर दिए गए।